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घर पर हाइपरऐक्टिविटी कम करने के तरीके: ADHD और ADD बच्चों के लिए उपाय

बच्चे की अतिक्रियता (हाइपरऐक्टिविटी) को कम करने के घरेलू उपाय और टिप्स

सभी माता-पिता के लिए यह जानकारी महत्वपूर्ण है कि बच्चों की अतिक्रियता (हाइपरऐक्टिविटी) को संतुलित रूप में नियंत्रित करना कैसे महत्वपूर्ण होता है। अक्सर देखा गया है कि कुछ बच्चे ह्यपरएक्टिव होते हैं, जिनका ध्यान एक स्थिर स्थिति में बनाए रखना किसी चुनौतीपूर्ण काम के समान हो सकता है। लेकिन घरेलू उपायों और टिप्स की मदद से, आप अपने बच्चे की अतिक्रियता को कम करने में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

बच्चों की हाइपरऐक्टिविटी, खेल-खिलौने और उनकी जिज्ञासा के एक स्वाभाविक हिस्से की तरह हो सकती है। लेकिन कुछ बच्चों में हाइपरऐक्टिविटी का स्तर आम से अधिक हो सकता है, जिसके चलते उन्हें ADHD या ADD की समस्या हो सकती है।

इस ब्लॉग में, हम आपको ऐसे घरेलू उपाय और टिप्स बताएंगे जो आपके बच्चे की हाइपरऐक्टिविटी को कम करने में मदद कर सकते हैं, विशेष रूप से ADHD और ADD बच्चों के लिए।

बच्चों की अतिक्रियता को कम करने के घरेलू उपाय और टिप्स को समझाते समय, हम विस्तार से जान सकते हैं कि यह सभी पहलुओं को सम्मिलित करके उनके सामाजिक, शारीरिक, और मानसिक विकास को संरचित रूप से सहायता प्रदान करता है।

घरेलू उपाय और टिप्स


रूटीन का पालन करें: एक नियमित दिनचर्या बच्चे को आत्म-नियंत्रण सिखाने में मदद कर सकती है। बच्चे को समय-समय पर विश्राम करने का समय देना, ठीक समय पर खाना, सोने और जागने की आदतें डालने से बच्चे की अतिक्रियता में सुधार हो सकता है। ऐसा करने से उन्हें आवश्यक संरचना मिलती है और वे अधिक संरचित तरीके से अपने कामों का समय प्रबंधन कर पाते हैं। एक नियमित दिनचर्या बच्चे को संरचित महसूस करने में मदद कर सकती है।

खेल और व्यायाम: बच्चों को नियमित रूप से खेलने और व्यायाम करने का मौका दें। यह उनकी शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकता है। खेलने से उनका आत्म-विश्वास बढ़ता है और उन्हें सहयोग, सहमति, और अन्यों के साथ मिलकर खेलने की आदत होती है।

स्क्रीन समय को प्रबंधित करें: आजकल के डिजिटल युग में, बच्चे अधिक समय स्क्रीन के सामने बिता सकते हैं जो उनकी अतिक्रियता को बढ़ा सकता है। आपको स्क्रीन समय को सीमित रखने का प्रयास करना चाहिए और उन्हें उपयुक्त साक्षरता युक्त खेलों में हिस्सा लेने का मौका देना चाहिए। अधिक समय स्क्रीन के सामने बिताना बच्चे की अतिक्रियता को बढ़ा सकता है। स्क्रीन समय को सीमित रखें। ज्यादा समय स्क्रीन के सामने बिताने से बचें और उन्हें क्रिएटिव खेल और गतिविधियों के लिए प्रोत्साहित करें।

ध्यान या योग की अभ्यास दें: ध्यान करने की आदत डालने से बच्चे की मानसिक स्थिति में सुधार हो सकती है। आप उन्हें साधारण ध्यान या प्राणायाम की अभ्यासना सिखा सकते हैं, जो उनकी मानसिक चुंबकता को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं। योग, प्राणायाम और सामान्य व्यायाम बच्चों की अतिरिक्त ऊर्जा को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं।

सही आहार: अपने बच्चे को स्वस्थ आहार प्रदान करें। आपके बच्चे के आहार में सही मात्रा में प्रोटीन, फल, सब्जियां और पूरे अनाज शामिल करें। अतिरिक्त शुगर और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों से बचें। यह सहायक हो सकता है क्योंकि खाने में सही पोषण उनके शारीरिक और मानसिक विकास को सहायता प्रदान कर सकता है।

संरचित और स्थिर माहौल: घर का माहौल सुखद और संरचित होना चाहिए। यदि संगीत, रंग, और प्रकृति के प्रति उनकी रुचि है, तो आप उन्हें इन चीजों के साथ जुड़े विभिन्न कार्य करने का मौका दे सकते हैं।

प्रति-संवाद: बच्चे के साथ अधिक समय बिताने से उनका आत्म-समर्पण बढ़ सकता है। उनकी बातचीत सुनें और उनके सवालों का उत्तर दें। अपने बच्चे से नियमित बातचीत करें ताकि उन्हें महसूस हो कि आप उनके साथ हैं और उनकी बातों का महत्व देते हैं।

स्पष्टता और संरचना: उनके कार्यों को समय समय पर स्पष्टता से समझाएं और उन्हें किसी कार्य को पूरा करने के लिए संरचित तरीके से सिखाएं।

स्नान और नींद की सहायता: रात को समय पर सोने से पहले निरंतर स्नान करने और शांति पूर्वक सोने से बच्चे की नींद में सुधार हो सकती है।

कल्चरल गतिविधियां: कल्चरल गतिविधियों में भाग लेने से बच्चे का मानसिक विकास हो सकता है और उनकी सक्रियता को नियंत्रित किया जा सकता है।

आराम और नींद: पर्याप्त सही नींद और आराम बच्चों की अतिसक्रियता को कम करने में मदद कर सकते हैं, विशेषकर ऐडीएचडी और एडीडी वाले बच्चों में। यह उनकी मानसिक और शारीरिक स्थिति को सुधारने में मदद करता है, जिससे उनकी सक्रियता को संतुलित किया जा सकता है। अच्छी नींद से उनकी मानसिक स्थिति में सुधार होती है और वे ध्यान केंद्रित करने में सहायक होते हैं। नियमित आराम से उनका तंतुशक्ति बढ़ता है और उनकी अतिसक्रियता कम होती है, जिससे उनके दिनचर्या में सुधार हो सकता है।

सही मार्गदर्शन और समर्थन: अगर आपका बच्चा ADHD या ADD से प्रभावित है, तो उन्हें उनकी जरूरतों के अनुसार अच्छे मार्गदर्शन और समर्थन से बच्चों की अतिसक्रियता को कम किया जा सकता है। जब उन्हें सही तरीके से मार्गदर्शन मिलता है, तो उन्हें अपनी ऊर्जा को सही दिशा में निर्देशित करने का माध्यम मिलता है। पैरेंट्स और शिक्षकों का समर्थन उन्हें स्थिरता और सुरक्षा की भावना प्रदान करता है, जिससे उनकी अतिसक्रियता में कमी हो सकती है। उन्हें सही मार्गदर्शन के अनुसार क्रियाएँ करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए ताकि उनकी ध्यान केंद्रित करने की क्षमता में सुधार हो।

उपरोक्त उपायों के माध्यम से आप अपने बच्चे की हाइपरऐक्टिविटी को कम करने में सहायक हो सकते हैं, विशेष रूप से जब उनमें ADHD या ADD जैसी समस्या हो। हाइपरऐक्टिविटी की व्यवस्था करने से बच्चे के शारीरिक, मानसिक और आत्मिक विकास में सहायता मिल सकती है।

समाज में ऐसे बच्चों को समय देने के साथ-साथ सही मार्गदर्शन और समर्थन प्रदान करना भी महत्वपूर्ण है। यह समय लेने वाला प्रक्रिया हो सकता है, लेकिन इससे आपके बच्चे की सक्रियता और उत्कृष्टता को प्रोत्साहित करने में मदद मिलेगी।

साथ ही, यदि आपका बच्चा ADHD या ADD से प्रभावित है, तो आपके चिकित्सक से सलाह लेना भी महत्वपूर्ण है। डॉक्टर के सुझाव और सिखाए गए तकनीकों का पालन करने से आपके बच्चे के स्वास्थ्य और सुधार सकते हैं।

समर्पण और संवेदनशीलता से, आप अपने बच्चे की उच्च सक्रियता को सही दिशा में प्रवृत्त करके उनके सामाजिक, शैक्षिक और व्यक्तिगत विकास को प्रोत्साहित कर सकते हैं। धैर्य से उपायों को प्राप्त करें और अपने बच्चे के साथ प्रेम और समर्थन से उनके सफलता की ओर बढ़ते रहें।

लेखिका शिल्पी मयंक अवस्थी, संस्थापक स्पेशलसाथी

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Author Ramya

I am named Ramya, would love to be called mom from my 13 year old son. Certified in various streams and last year remedial too.
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